सब्जी वाले भईया,
आपका शुक्रिया
यह बात है दया भाव की , जब पूरा विश्व भयंकर महामारी के चपेट में है, जिस वजह से दुनियाभर मै शांति ने अपनी जगह बना ली लॉक डाउन की वजह से, उसकी दूसरी ओर देखा जाए तो इंसानियत को संजोने वाले लोगो ने जरूरतमदों के दरवाजों पर दस्तक दी है।
वैसे ही गुजरात राज्य के कोने में एक छोटा सा शहर है जामनगर जहा पर कोरोना वायरस ने ज़्यादा से ज़्यादा १० लोगो को अपना शिकार बनाय, लेकिन पूरा भारत बंद होने की वजह से बहुत सारी तकलीफों का सामना भी करना पड़ रहा है। सब्जी का ताजा नहीं मिल पाना, दूध और दूध के बने हुए पदार्थ बहुत दिन के रखे हुए बेचे जा रहे है।
जब यह सारी समस्याएं पूरे जामनगर मै फेली तब एक व्यक्ति ने अपनी इंसानियत को आगे रखा और जामनगर वासियों के लिए ताजी सब्जियां और दूध का कारोबार मै तेजी कर दी और साथ ही उन अंकल ने अपने साथियों को भी मदद के लिए आगे किया।
उन अंकल का नाम उमर है और उनका खुद का खेत है , साथ ही कई सारी भैंसे भी है। जहा लॉक डाउन के चलते लोगों ने कालाबाजारी का धंधा शुरू कर दिया , उसी तरफ उमर अंकल ने अपने छकड़े की मदद से सब्जियां बेचना शुरू किया और दूध भी। सब्जियों के दाम आपकी सोच से भी कम है यानी २० रुपए के ५ किलो टमाटर, १० रुपए मै एक किलो खीरा और अन्य सब्जियों को सस्ते मै बेचा हर कॉलोनी मैं घूम घूम कर ताकि घर मैं रहकर बासी सब्जियां ना खानी पड़े और ताजा भेस का दूध भी ५० रुपए प्रति लीटर बेचा। उमर अंकल हर सब्जी को सीधा खेत से लाते है और हफ्ते में एक बार आके बेचते है।
उमर अंकल साथ ही सरकार के निर्देशों का भी पालन करते है, अपने साथ एक हैंड सैनिटाइजर रखते है जब कोई भी व्यक्ति सब्जी को छाटने के लिए सब्जियों को छूए उससे पहले हैंड्स को अच्छे से सेनिटाइज कराते है फिर सब्जियों को चुनने की इजाज़त देते है। जब भी अंकल का छकड़ा आता है, हर गली हर मोहल्ले में, तब वो चौक से घेरे बना देते है बहुत दूरी- दूरी पर ताकि सोशल डिस्टेंसइंग का भी पूरा ध्यान रखा जाए।
जब मोदी जी ने ३ अप्रैल को वीडियो मेसेज दिया था और कहा था कि ५ अप्रैल रात ९ बजे ९ मिनट के लिए सब लोग अपने घर में रहकर मोमबत्ती, मोबाइल का फ़्लैश लाइट, टॉर्च, दियो को जलाकर कोविड-१९ को भगाने का संदेश दिया था। जब पूरा देश दिए जला रहा था तब उमर अंकल ने गरीबों को मोमबत्तियों बांटी थी, ताकि पूरा देश एक जुट होकर इस महामारी से छुटकारा पाने में कामयाबी मिले।
Written by TOMAR ARUSHI
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